Author: nishankji-user

‘‘विश्‍व महिला दिवस’’ महिला नेतृत्‍व: कोविड-19 की दुनिया में समान भविष्‍य के अवसर प्राप्‍त करना

‘‘विश्‍व महिला दिवस’’

 महिला नेतृत्‍व: कोविड-19 की दुनिया में समान भविष्‍य के अवसर प्राप्‍त करना

 

 

दिनांक: 08.03.2021

 

माननीय शिक्षा मंत्री, डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’

 

प्यारे बच्चों! सबसे पहले तो मैं आप जो 5छात्राओं को बहुत बधाई देता हूं। गार्गी नौटियाल हिमालय से शुरू हुई थी और फिर आराधना, ध्रुवा देवी पटेल,नाकिया,कुमारी आर्या, मनोज और अंत में पद्मा ने सबको खुशी बांटी है और आपके जो विचार थे ना, बहुत आनंद आ गया। अब मुझे लगता है कि आज की इस मीटिंग की हमारी बहुत सार्थकता है कि आपके मन में जो बातें पल रही हैं, जो हो रही है। हमारे साथ सभी शिक्षा जगत के अधिकारी भी जुड़े हुए हैं और हमारे यहां पर सीबीएसई बोर्ड के चेयरमैन साहब सहित यहां पर भी अधिकारीगण अनीता जो सचिव हैं,उनके सानिध्य में सब लोग जुटे हुए हैं,साथ ही देश के विभिन्न क्षेत्रों से भीस्कूल जुड़े हुए हैं और मेरे प्रिय छात्र-छात्राओं जिस तरीके से आपने अपनी अभिव्यक्ति दी है हमको गौरव औरआप पर देश कोभी भरोसा है और आज जबकि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवसपूरी दुनिया मना रही है तो हमको अपने देश पर गौरव महसूस होता है कि हमने अपनी मातृशक्ति को, जो महिला शक्ति है उसको हमेशा सर्वोच्च स्थान पर देखा है। इस देश की संस्कृति रही है ‘यत्र नार्यस्तु पूजयन्‍ते रमन्ते तत्र देवता’ अर्थात् जहां नारी का सम्मान होता है जहां नारी को पूजा जाता है भगवान भी वहींपर खुशरहते हैं। भगवान का वास भी उसी स्थान पर होता है, उसी परिवार में होता है, उसी समाज में होता है जहां पर मातृशक्ति का सम्मान होता है। हम उस देश के लोग हैंऔर फिर दूसरी चीजमुझे अच्छा यह लगा कि गार्गी भारतीय प्रशासनिक सेवा में क्योंजाना चाहती हैं? अपने विजन को बहुत अच्छा किया कि हमेंएक विकासशील देश बनाना है और समतामूलक समाज बनाना है और भयमुक्त समाज के साथ किस तरीके से शिक्षा के क्षेत्र में भी उसने अपनी अभिव्यक्ति दी है। शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है जो कुछ भी कर सकता है, परिवर्तन ला सकता है। शिक्षा पर भी गार्गी ने जोर दिया और इच्छा व्यक्त की कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाकर के वो देश को अच्छी सेवा प्रदान करना चाहती है। हमारे सपनों का तोभारत आपको तो मालूम हैं कि हम तोविश्व गुरु रहे हैं और सभी ज्ञान, विज्ञान, अनुसंधान के क्षेत्र में हमने पूरी दुनिया को लीड किया है और उसमें भी हमारी महिलाएं सबसे पहले कदम पर हमेशा से रही हैं और क्रांतिकारी भी रही हैं। आप सबको मालूम है चाहे रानी झांसी को हम पढ़ातेहैं, रानी दुर्गावती को पढ़ाते हैं,पन्ना धाय को पढ़ाते हैं एक लंबी श्रृंखला को देखेंगे तो गौरव से हमारा माथा ऊँचा उठता है कि हिन्दुस्तान की पूरी दुनिया में एक पहचान रही है। हमाराऐसा इतिहास रहा है जिसने गौरवान्वित किया पूरी दुनिया के लोगों को, तो मेरी शुभकामना गार्गी और आराधना जो आसाम से जुडी है। %